चाय की प्याली
HINDI POEM
जुलाई 23, 2021
हर रोज़ हर किसी के दिमाग का दरवाजा खटखटाती
आदत में शामिल हो जाती
एक गरम चाय की प्याली
लोग समझ नहीं पाते
भूख उनकी मिट जाती
एक गरम चाय की प्याली
पर फिर भी लोग मांगते नहीं थकते वो पानी
अब भले ना मिले उतना पानी
जीतनी चाय की चुस्की रोज भाती
मन को तारो-ताज़ा कर जाती
एक गरम चाय की प्याली
मन तो तारो-ताज़ा हो जाता
हर रोज ताज़गी ले आती
उसके साथ दिन भर की सुस्ती भी लाती
एक गरम चाय की प्याली