Lionel Messi
इस क्लब की एक रोचक कहानी यह है कि Lionel Messi जब 13 साल की उम्र थे तो उनकी एक बीमारी की वजह से हाइट बढ़नी रुक गई थी और इसके इलाज के लिए इनके पास पैसे नहीं थे तो इस क्लब ने ही लिओनेल मेस्सी की मदद की थी।
लेकिन जिस कोरोना की वजह से पूरी दुनिया परेशान है उसी कोरोना की वजह से Lionel Messi क्लब छोड़ कर जा रहे है लेकिन वो छोड़ना नहीं चाहते है।
Lionel Messi की सैलरी सालाना 4000 करोड़ रुपये है जो ये क्लब नहीं दे पा रहा है क्योकि कोरोना के कारण एफसी बर्सीलोना क्लब पर करीब 8700 करोड़ रुपये का कर्ज है इसीलिए इतने महंगे खिलाडी को सैलरी देने में असमर्थ थे लेकिन फिर भी लिओनेल मेस्सी इस क्लब को छोड़कर जाना नहीं चाहते थे और वे अपनी सैलरी आधी करने के लिए भी तैयार थे फिर भी क्लब ने कहा हम इतना भी नहीं दे पाएंगे। क्योंकि कोरोना के कारण ये क्लब कर्ज में डूबा है।
वहीं इस क्लब को छोड़ने के बाद एक ऑफर मिला पीएसजी क्लब से जो क़तर में स्थित है। लेकिन अभी लिओनेल मेस्सी ने पीएसजी क्लब से जुड़ने के लिए तैयार नहीं हुए लेकिन अगर वे तैयार हो जाते है तो फिर से उनके खेल की शुरुआत हो सकती है।
Hindi Poetry On Lionel Messi
कही किसी का शोर शराबा
कहीं किसी ने चुप्पी साधी
बस एक आंसू छलका दे तू
आंसू भी पैसे कमा लेती
वो आंसू पोछे टिश्यू पेपर की भी
कीमत क्या होती है जाने
पूछ लो खिलाड़ी मेस्सी से
जिनकी गवाह है दुनियाँ सारी
दर्द से आंसू छलका है
जब कहीं कुछ लुटा है
बर्बाद कुछ भी हो जाता है
पर तेरे आंसू में भी मेस्सी
दर्द कहीं जब छिप जाता है
दुनिया उठा लेती है पलकों पे
आंसू भी पैसे कमा लेती
पर तू ठहरा चर्चित आदमी
मैं कहाँ साधारण हूँ
तू कहाँ फुटबॉलर है
मैं साधारण सा स्नातक हूँ
तेरे तो आंसू भी मोती
कहीं आवाज बुलंद करते है
जब तू खिलाड़ी बन मैदां में आता
हर किनारे शोर मचाते है
तू ठहरा ब्रांडेड आदमी
तेरी तो आंसू भी पैसा कमाती है